Coronavirus New Study: कोरोना का ये रूप दूसरे कोविड- 19 से 10 गुना अधिक खतरनाक

Coronavirus New Study: कोरोना का ये रूप दूसरे कोविड- 19 से 10 गुना अधिक खतरनाक

सेहतराग टीम

पिछले कुछ महीनों से कोरोना का इलाज खोजने और कोरोना के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए दुनिया के बड़े-बड़े वैज्ञानिक इस पर रिसर्च या अध्ययन करने में जुटे हुए हैं। वैज्ञानिकों को इन रिसर्च कई नतीजे भी देखने को मिले। ऐसे हाल ही में एक रिसर्च की गयी, जिसमें कोरोना के एक म्यूटेशन स्ट्रेन के बारे में पता चला है। जिसके बारे में कहा गया कि यह दुसरे कोरोना वायरस से 10 गुना तक अधिक खतरनाक हो सकता है। यह दावा अमेरिका के स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट की ओर से की गई स्टडी में किया गया है।

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दरअसल डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्टडी से सामने आया है कि अमेरिका, ब्रिटेन और इटली में कोरोना वायरस का ऐसा म्यूटेशन देखने को मिला जो वुहान में पाए गए कोरोना वायरस से 10 गुना तक अधिक संक्रामक है।

इस पर वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस का यह म्यूटेशन स्ट्रेन काफी तेजी से शरीर पर हमला करता है। कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) के इस रूप को D614G नाम दिया गया है। इस स्ट्रेन में दुसरे वायरस की तुलना में 4 से पांच गुना अधिक 'स्पाइक्स प्रोटीन' पाए जाते हैं। इसके अलावा स्टडी के मुताबिक कोरोना वायरस का D614G रूप न सिर्फ 10 गुना अधिक संक्रामक है बल्कि यह धिक स्थिर भी है।

साथ ही वैज्ञानिक यह भी समझने की कोशिश कर रहे हैं कि क्यों कोरोना वायरस कुछ शहरों और देशों में अधिक कहर बरपा रहा है, जबकि कुछ जगहों पर कम। इससे पहले भी कुछ रिसर्च में ये सामने आया था कि D614G स्ट्रेन इटली, ब्रिटेन और न्यूयॉर्क शहर में काफी अधिक मौजूद था। इन जगहों पर कोरोनावायरस से अधिक लोगों की जानें गईं।

 

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